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शेयर मार्केट : मेरा तजुर्बा


हेलो दोस्तो,
आज मैं अपने तजुर्बे को आप लोगो के साथ शेयर करने जा रहा हूँ।जी हाँ दोस्तो मैं mohit ji शेयर मार्केट में 2011 में एंटर हुआ और पिछले बर्ष 2017 को ही बंद किया है



शेयर मार्केट : मेरा तजुर्बा-

ये आर्टिकल उन सभी भाइयों के लिए है जो फिलहाल में शेयर बाज़ार में उतरे हैं या फिर उतरना चाहते है।

जैसा कि सभी लोग जानते हैं, शेयर बाज़ार जोखिमों से भरा हुआ एक दलदल है।जब मैं इसमे एंटर हुआ तो मुझे भी काफी अच्छा सोर्स लगा पैसा बनाने का और मैंने 10000₹ से इसकी शुरुआत की,मैंने कमोडिटी(commodity)को चुना और इसमें काम किया।इसमे काम करना बहुत ही सरल है औऱ साथ ही इसमें पैसा भी जल्दी औऱ ज्यादा बनता है, ऐसा हमको शुरू में लगता है। परन्तु सच्चाई इन सब से परे है।तो आज मैं आपको यही बताने जा रहा हूँ कि अगर आप शेयर मार्केट करना चाहते हैं तो मेरी बातों पर गौर कीजियेगा ये बातें आपको नुकसान से बचाने में कारगर साबित होंगी।

#1. क्या चुने ” commodity  या equity-

सबसे पहले हमको ये जानकारी होनी चाहिए कि ये दोनों होते क्या है, तो आप जान लीजिए शार्ट में कि जो कमोडिटी है वो हाई रिस्क और हाई प्रोफिट पर काम करती हैं। औऱ इक्विटी कम रिस्क औऱ कम प्रॉफिट पर काम करती है।

अगर आप कमोडिटी में काम करना चाहते हो तो आपको हाई रिस्क लेना होगा और साथ ही बैकअप मनी भी रखना होगा क्यों कि कमोडिटी में उतार चढ़ाव प्रतिदिन आते हैं और छोटे इन्वेस्टर्स के पास मनी बैकअप न होने के कारण उनका पैसा एक झटके में डूब जाता है। मनी बैकअप क्या है इसको समझते हैं-मनी बैकअप एक्स्ट्रा पैसा होता है जो बुरे वक्त या उतार चढ़ाव आने पर काम आता है। जैसे अगर ट्रेडिंग एकाउंट में फण्ड खत्म होने लगता है तो आपको पोजीशन बनाये रखने के लिए एक्स्ट्रा फण्ड डालना पड़ता है और ऐसा अक्सर छोटे इन्वेस्टर नही कर पाते जिससे वो अपना सारा पैसा चंद मिनटों में गवा बैठते हैं।

इक्विटी क्या है:-

इसमें रिस्क कम होती है लेकिन इसमे प्रॉफिट भी कम होता है। मगर लॉस से कम प्रॉफ़िट अच्छा है,इसमे पैसा कंपनी के शेयर में लगाया जाता है या ये कहे कि कंपनी का शेयर ले लिया जाता है, फिर वो शेयर दिन व दिन कंपनी की प्रॉफिट परफॉर्मेंस के हिसाब से घटता बढता रहता है मगर एक दम नही घटता है। जिससे इसमे रिस्क कम रहती है साथ ही आप इसको साल दो साल भी रख सकते हो।

#2. मेरी गलतियां-

  • कम फण्ड(पैसा) होने पर भी मैंने कमोडिटी को चुना।
  • बिना फंडामेंटल जाने ट्रेडिंग चालू की।
  • मेरे पास backup money का न होना।
  • टेक्निकल जानकारी न होना।
  • मेरे अंदर धैर्य न होना
  • मार्केट के उतार चड़ाव देख loss में पोजीशन कट कर देना।
  • कमोडिटी की जगह इक्विटी में न जाना।

जल्दी पैसा बनाने के चक्कर मे high                   risk लेना।

नोट:-  अगर आप बड़े इन्वस्टर्स हो तो ही आपको हाई रिस्क लेना चाहिए,छोटे इन्वेस्टर्स शतरंज के उस प्यादे की तरह होते हैं जो एक झटके में मारे जाते हैं।

#3. कैसे करें निवेश:-

अगर आप पैसा निवेश करना चाहते हैं तो आप कई और जगह पैसा डाल सकते हैं जैसे:-

#म्यूचल फंड्स में

#प्रॉपर्टी में

# कंपनी के ipo ico लेकर आप low risk पर     पैसा बना सकते हैं।

शेयर मार्केट : मेरा तजुर्बा तो यही कहता है कि अगर आपने शेयर मार्केट से पैसा बना भी लिया और जितनी तेजी से बनाया उतनी ही तेजी से गवाने की संभावना शेयर बाज़ार में पहले से ही मौजूद हैं।

मैंने भी बहुत पैसा बनाया और उससे ज्यादा गवाया और आखिरकार नुकसान ही हाथ लगा और ज्यादातर लोगों के साथ यही होता है अगर ऐसा न होता तो शायद इंडिया में लोगों को जॉब की कोई जरूरत ही न होती।

आशा करता हूँ कि ये आर्टिकल शेयर मार्केट : मेरा तजुर्बा किसी भाई बंधु के काम आएगा।

 

लेखक-😊

MOHIT Ji

All thanks

 

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